हेलो हेलो एंड वेलकम टू स्टडी आइक्यू माय
नेम इज चांद को बालिग इंटरमेंट देखिए हमने
से लाखों लोग ऐसे होते हैं जो कि अपनी
जिंदगी में कुछ बड़ा करने का सपना देखते
हैं कुछ लोग सोचते हैं कि क्यों ना हम
यहां पर एक बहुत बड़ा बिजनेस इस्टैबलिश्ड
कर लें कुछ लोग सोचते हैं कि क्यों ना हम
यहां पर पब्लिक सर्विस में चले जाएं ऐसे
में अगर हम बात करें पब्लिक सर्विस की तो
हमें देखने को मिलता है कि बहुत सारे
ऑप्शंस हमारे पास अवेलेबल रहते हैं जैसे
कि आप स्टेट पब्लिक सर्विस में जा सकते हो
सिविल सर्विस में जा सकते हो इसी तरह से
यू पी एस सी का एग्जाम क्लियर करके आप जो
है सेंट्रल लेवल की जो क्लिक सबसे उसका
हिस्सा बन सकते हैं सिविल सर्विस में जा
सकते हो ऐसे में बहुत ही शानदार एक बहुत
ही अच्छा आप्शन जो हमें यहां पर देखने को
मिलता है वह एडीशनल सर्विसेज का देखिए जब
हम बात करते हैं ज्यूडिशल सर्विस की जब हम
बात करते हैं जज की तो यह अपने आप में एक
बहुत इंटेलेक्चुअली स्टिम्युलेटिंग और एक
बहुत ही शानदार जॉब हमें देखने को मिलता
है यह कैसा जॉब है जहां पर आपको एक
बैलेंसड लाइफ तो मिलेगी मिलेगी लेकिन साथ
में एक बहुत ही रिस्पॉन्सिबिलिटी वाला और
इस जिम्मेवारी वाला जॉब यहां पर हमें
देखने को मिलता है क्योंकि वही एक चीज
हमें समझ में नहीं चाहिए कि एक जज होता है
वह अपनी जजमेंट के द्वारा यहां पर हजारों
लाखों लोगों की जिंदगी को इफेक्ट करता है
इन फैक्ट अगर हम देखें तो हमें यह देखने
को मिलता है कि भाई जो एक जजमेंट हो एक जज
होता है उसके पास जाता कौन है जो सबसे
आरजू मजबूर आदमी होगा सबसे गरीब आदमी का
यह जो सबसे सताया गया आदमी होगा वह जस्टिस
यानि कि न्याय पाने के लिए यहां पर एक जज
का दरवाजा खटखटाएगा एक कोर्ट का दरवाजा
खटखटाएगा ऐसे में जज की जॉब होती है वह
अपने आप में एक बहुत ही महत्वपूर्ण हो
जाती है एंड अपने आप में एक बहुत ही
रिस्पॉन्सिबिलिटी वाली जॉब हो जाते हैं तो
आज के वीडियो में हम यही डिस्कस करेंगे कि
भारत में जुडिशरी के कौन से कौन से लेबल्स
है एंड अगर आप एक जज बनना चाहते हैं तो
किस लेवल पर यहां पर जज बन सकते हैं तो
वेलकम खिचड़ी वंस अगेन माय नेम इस चांद को
बाहर ले बीच-बीच में वृद्धि वीडियो सबसे
पहले तो आज की वीडियो में हम जानेंगे इट्स
एंटरटेनमेंट कि अगर हमें भारत में जज बनना
है तो कौन से कौन से लेवल पर हम घर बन
सकते हैं देखिए भारत में जुडिशरी के तीन
लेवल हमें देखने को मिलते हैं सबसे पहला
जो लेवल आता है वह सुप्रीम कोर्ट का आता
है सुप्रीम कोर्ट के बाद हम यहां पर इस
तरह से गरम हार किया पिरामिड बनाएं तो
सुप्रीम कोर्ट के बाद यहां पर पहला लेवल
सुप्रीम कोर्ट हो गया दूसरा हाई कोर्ट का
हो गया एंटी इस राज योग है उसे बोलते हैं
सबोर्डिनेट कोर्ट्स अब सुप्रीम कोर्ट तो
हमे पता है कि भारत में एक ही सुप्रीम
कोर्ट है उसकी जो सीट है वह कहां पर है
दिल्ली में है इट इज द हाईएस्ट अपीलेट
कोर्ट यानि कि अगर कोई मामला सबसे लोअर
कोर्ट से चलता है तो सबसे ऊपर लेवल तक जो
अ फील जाती है वह सुप्रीम कोर्ट में जाते
हैं हम सुप्रीम कोर्ट के जज कैसे बनते हैं
वह भी देखेंगे सुप्रीम कोर्ट के बाद जो
नेक्स्ट लेवल और ही वह देख लेते हैं वह है
जी हाई कोर्ट का देखें हाइकोर्ट क्या है
टोटल हमारे जो भारत में 25 हाई कोर्ट है
अब देखिए ऐसा है कि हाइकोर्ट टोटल कितने
है 25 है अगर हम स्टेज की बात करें तो
स्टेट्स हमारी कितनी है टोटल हमारी स्टेट
से जी 28 को अनम्यूट इसकी अगर हम बात करें
तो कितनी आ गई आठ अब सवाल उठता है कि सर
यह बैलेंस क्यों नहीं बन रहा है तो ऐसे
में इसका जवाब यह है कि वह 25 हाई कोर्ट
से जो है अब कई केस में हमें देखने को
मिलता है कि एक स्टेट का अपना खुद का एक
हाई कोर्ट है लेकिन कई केस में हमें यह भी
देखने को मिलता है कि एक से अधिक स्टेट्स
के द्वारा एक हाइकोर्ट को शेयर किया जा
रहा है या फिर एक स्टेट एंड यूटी के
द्वारा हाईकोर्ट को शेयर केदार है फॉर
एग्जांपल अगर हम पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट
की बात करें तो हमें देखने को मिलता है कि
पंजाब उसके अलावा हरियाणा एंड ब्यूटी आफ
चंडीगढ़ यह तीनों शेयर करते हैं
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट को अगर हम बात
करें बॉम्बे हाई कोर्ट की तो मुंबई यानि
कि महाराष्ट्र महाराष्ट्र के साथ-साथ यहां
पर गोवा की स्ट्रेट हो गई फिर दमन एंड दीव
दादरा एंड नगर हवेली की जो यह हमारी
ड्यूटी है यह शेयर करते हैं एक ही
हाईकोर्ट को अगर हम बात करने केरला हाई
कोर्ट की तो केरला स्टेट एंड जो हमारी
लक्षदीप की ड्यूटी है वह शेयर करते हैं एक
यह गुड को इस वजह से यहां पर हाई कोर्ट का
नंबर है वह 25 है हमारे भारत में तो अगर
व्वे यहां पर गिरिशा सर्विस में जाना
चाहिए तो वह हाई कोर्ट का भी जज बन सकता
है सुप्रीम कोर्ट का जज बन सकता है एंड इन
दोनों वायर्स के बाद आता है सबोर्डिनेट
कोर्ट्स सबोर्डिनेट कोर्ट्स हैव डिस्टिक
लेवल की कोड से यहां पर रहते हैं देखिए यह
स्ट्रेट ज्योति है वह अपने स्टेट में हर
गवर्नमेंट से अपनी स्टेट में यहां पर क्या
करती है डिस्टिक लेवल पर जजेस को अपॉइंट
करती है एंड कोर्ट से 26 किए जाते हैं
यहां पर डिस्ट्रिक्ट टॉप मोस्ट को रहता है
उसे कहा जाता है डिस्ट्रिक्ट एंड सेशंस
कोर्ट अभी डिस्ट्रिक्ट ऐंड सेशन कोर्ट जज
होता है इसमें एक जज रहता है एंड उसी को
यहां पर डिस्टिक एंड सेशंस जज कहा जाता है
अब यह दो नाम कैसे तो उसका भी कारण है जब
एक जैसे यहां पर सिविल मामलों को देख रहा
होता है सिविल मैटर्स को देख रहा होता है
तो उसको कहां जाता है डिस्ट्रिक्ट जज अब
बंद है कि है लेकिन जब वह बंदा यहां पर या
सुझाव हो जाए यहां पर क्रिमिनल मैटर्स को
देख रहा है तो क्रिमिनल मैटर्स को देखते
टाइम इसको यहां पर क्या कहेंगे क्रिमिनल
मैटर्स को देखते हैं उसको यहां पर एड्रेस
किया जाएगा सेशंस जज आफ डिस्टिक एंड सेशन
जज को अ हेल्प आपके लिए यहां पर और भी कई
सारे यहां पर जजेस देखने को मिले इसके लिए
उन पर जैसे कि एडीजे हो गया एडिशनल
डिस्ट्रिक्ट जज हो गया assistant
डिस्ट्रिक्ट जज हो गया इस तरह से यहां पर
हमें देखने को मिलते हैं अब डिस्ट्रिक्ट
जज में भी लोअर लेवल पर हमें देखने को
मिलता है कि डिस्ट्रिक्ट जज के बाद किया
जाता है जुडिशल मैजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास
आ जाता है दरअसल मैजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास
जो है अगर यह लोग दूसरे का पार्ट माने
जाते हैं दुश्मन मैजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास
के बाद भी कई स्टेट में हमें देखने को
मिलता है कि जूडिशल मैजिस्ट्रेट सेकंड
क्लास भी आ जाते हैं एंड कल स्टेट में तो
उससे भी नीचे यहां पर हालांकि देखने को
मिलती हैं लेकिन जनरल जाहिर की है वह सब
इस्टेट की यही रहती है कि सबसे पहले
सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट टो पूरे देश
का रिकॉर्ड हो गया फिर हाईकोर्ट हो गए
स्टेट का एंड हाई कोर्ट के बाद यहां पर यह
स्टेट डिस्टिक लेवल की जांच आगे फिर उसके
बाद उनको हेल्प करने के लिए डीजे आगे एंड
लोअर ज्यूडिशरी में यहां पर आगे जुडिशल
मैजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास अब सवाल यह उठता
है कि क्या मैं डाइरैक्टली सुप्रीम कोर्ट
का जज बन सकता हूं एंड अगर बन सकता हूं तो
क्या-क्या उसकी क्वालीफिकेशन रिक्वायर्ड
है सबसे पहले हम देखेंगे कि सुप्रीम कोर्ट
का जज बनने की क्वालिफिकेशन क्या है फिर
हाईकोर्ट का जज बनेंगे कैसे बनेंगे फिर हम
और जब इसकी बात करेंगे सबसे पहले बात करते
हैं सुप्रीम कोर्ट का जज बनने की
क्वालिफिकेशन तो कॉन्स्टिट्यूशन में ही
आर्टिकल 124 में यहां पर जो है एक सुप्रीम
कोर्ट का जज बनने क्वालिफिकेशन यहां पर दी
गई है राइट सौंठ और सबसे पहले जो सुप्रीम
कोर्ट का जज बनने की क्वालिफिकेशन है वह
क्या है तो सबसे पहले जो क्वालिफिकेशन है
लेडीस एंड जेंटलमेन व है यहां पर कि आपको
सिटिजन आफ इंडिया होना चाहिए यानि कि एक
व्यक्ति जो सुप्रीम कोर्ट का जज बनने
क्वॉलिफाइड है वह यहां पर कौन होने चाहिए
एक सिटिजन आफ इंडिया उनको होना जरूरी है
इसके अलावा यहां पर दो तीन क्वालिफिकेशन
जो और है आप अगर वह अ फील करते हो तो वह
सुप्रीम कोर्ट के जज बन सकते हो दूसरी
क्वालिफिकेशन इसके अलावा मैं कह रहा हूं
कि यह तो होना ही चाहिए यह तो इसके अलावा
यानि कि प्लस में और क्या क्वालिफिकेशन हो
सकती है कहते है ज्यादा पर्सन मस्ट हैव ए
टोटल आफ फाइव ईयर्स आफ एक्सपीरियंस सेशन
जज इन एनी वन ओर मोर हाई कोर्ट्स एक्ट
इमीडीएटली
मतलब सिंपल है कि कि अगर मां लीजिए एक
व्यक्ति जो ऑलरेडी एक या एक से अधिक हाई
कोर्ट में जज की भूमिका निभा चुका है टोटल
आफ फाइव ईयर्स मान लीजिए आज एक व्यक्ति जो
है वह पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में तीन साल
जहां पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के बाद वह दो
साल जो है वह मान लीजिए राजस्थान हाई
कोर्ट में जज बहुत तो क्या होगा टोटल फाइव
ईयर्स होगा या फिर मान लीजिए कई कोई
व्यक्ति है बंबई हाई कोर्ट में एक साल जरा
फिर पंजाब हरियाणा हाइकोर्ट में 2 साल रहा
है ठीक है तो यहां पर फिर 3 साल कहीं और
टोटल कितना f5 हमें टोटल से मतलब है अब यह
मतलब नहीं है कि एक ही हाई कोर्ट में उस
व्यक्ति ने यहां पर पार्सल सर्विस देने हो
ऐसा नहीं है टोटल फाइव ईयर्स अगर कोई
व्यक्ति ऑलरेडी सर्व कर चुका है किसी हाई
कोर्ट में जज तो वह एलिजिबल है किसके लिए
एलिजिबल है जी सुप्रीम कोर्ट का जज बनने
के लिए क्या एलिजिबल है यानि कि उसको
बनाया जा सकता है बनाया ही जाएगा नहीं ऐसा
नहीं है दूसरी इसमें क्वालिफिकेशन क्या
मांगी गई है दूसरी क्वालिफिकेशन देखते हैं
कहते हैं कि मस्ट हैव टेकन ईयर्स आफ
एक्सपीरियंस
एडवोकेट इन है कोट यानि कि आप या तो जज
होने चाहिए 500 के लिए सिटिजन आफ इंडिया
तोह वोह दूसरी क्वालिफिकेशन क्या है कि
सिटिजन आफ इंडिया होने के साथ-साथ आप यह
क्वालिफिकेशन फुल करो नहीं हो रही कोई बात
नहीं यह दो गैरेज ईयर्स आफ एक्सपीरियंस
एडवोकेट इन हाई कोर्ट यानि कि आप किसी भी
हाइकोर्ट में आप जो है 10 साल के लिए
वकालत कर चुके हो एडवोकेट अब एक ही हाई
कोर्ट का जरूरी नहीं है आप मल्टीपल हाई
कोर्ट में जाकर भी प्रैक्टिस कर रहे हो
कोई दिक्कत नहीं है आप कैसे इस लैटर लड़ो
और आप लेकिन प्रैक्टिस कर रहे हो 10 साल
यहां पर आप हाईकोर्ट के एडवोकेट के नाते
प्रैक्टिस कर चुके हो तो भी आप पिंपल हो
जाते हो क्या करने के लिए एक सुप्रीम
कोर्ट का जज बनने के लिए तीसरी
क्वालिफिकेशन यहां पर जो बताई गई है वह यह
कि अगर आप इंडिया के सिटीजन होने के
साथ-साथ अगर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की
नजरों में एक बहुत ही डिस्टिंग्विश्ड
जूरिस्ट यानि कि एक बहुत ही बहुत ही हाई
लेवल के यहां पर जो रिस्ट हो जिसको बहुत
ही ज्ञान है कानून का तब भी आपको जो है
सुप्रीम कोर्ट का जज अपॉइंट एकता सकता है
ना आगे बात करते हैं कि अगर एक व्यक्ति को
हाई कोर्ट के लेवल पर जज देखो अभी हमने
क्या कहा अभी हमने देखा कि सुप्रीम कोर्ट
के लिए कोई एग्जाम नहीं होता है सुप्रीम
कोर्ट के जज होते हैं उनको प्रेसिडेंट
अपॉइंट करते हैं और कब पॉइंट करते हैं जब
इनमें से यह सारी में एक या और दूसरी
कंडीशन को फुल होती है तब उनको अपॉइंट
किया जाता है सुप्रीम कोर्ट का जज यानि कि
सुप्रीम कोर्ट के लिए को एकदम होता नहीं
है सिंपल सी बात इतनी हमें समझनी चाहिए
दूसरी बात यह कि अगर मेरे को हाईकोर्ट का
जज बनना है क्या हाइकोर्ट के जज बनने के
लिए को एकदम होता है तो वह भी हम देख लेते
हैं देखिए भाई हाई कोर्ट का जज बनना होता
है उसके लिए भी यहां पर कोई एग्जाम हमें
नहीं देखने को मिलता है हाई कोर्ट का जज
बनने के लिए भी यहां पर प्रेसिडेंट ऑफ
इंडिया के द्वारा ही आपको अपॉइंट किया
जाता है जब आप इनमें से कुछ दी गई
क्वालिफिकेशन स्कूल करते हो और प्रेसिडेंट
ऑफ इंडिया को लगता है कि आप यहां पर
एलिजिबल फॉर प्रेसिडेंट आफ इंडिया का खुद
का इच्छा नहीं होती है कि वह किसी को
उठाकर यहां पर जज बना देंगे भैरव ऑफ
इंडिया जो है वैज्ञानिक इस की एडवाइस पर
काम करते हैं कॉलेजियम सिस्टम अब कॉलेजियम
सिस्टम क्या है इसके लिए हम अलग से वीडियो
लेकर आएंगे लेकिन इतना समझ लेना चाहिए कि
भई प्रेसिडेंट आफ इंडिया पॉइंट करते हैं
यहां पर कोई एग्जाम नहीं होता है यहां पर
यहां पर नॉमिनेशन होता है यानि कि चुना
जाता है तो अगर हाई कोर्ट का जज मुझे बनना
है तो यहां पर क्या मेरे लिए क्वालिफिकेशन
दी गई है सबसे पहले तो क्वालिफिकेशन सुबह
है भाई के भाई आप जो है सिटिजन आफ इंडिया
होने चाहिए यानि की पहली जो क्वालिफिकेशन
है क्या कि भाई आपका जरूरी है कि आप भारत
के नागरिक खूब योनि की पहली क्वालिफिकेशन
सेम दूसरी क्वालिफिकेशन क्या है कि सिर्फ
इंडिया होने के नाते साथ-साथ आप यहां पर
क्या होने चाहिए या तो कम से कम 10 साल से
आप भारत में जुडिशल ऑफिसर रहे हो इंडियन
टेरिटरीज ऑफ इंडिया यानी कि आप जो है
डिस्टिक लेवल के जरिए सबोर्डिनेट
ज्यूडिशरी हमने देखा ना कि तीसरा लव थे
सबोर्डिनेट ज्यूडिशरी का अगर आप यहां पर
जोड़ सबोर्डिनेट ज्यूडिशरी में 10 साल
ऑलरेडी यहां पर मेडिकल ऑफिसर रह चुके हो
तो दिल्ली जीवन हो जाते हो जरूरी नहीं है
कि बनी जाओगे एलिजिबल हो जाते हो क्या
करने के लिए हाई कोर्ट का जज बनने के लिए
या फिर दूसरी कंडीशन क्या है दूसरे कंडीशन
क्या ढल डिस्टेंस यौन एडवोकेट हाई कोर्ट
और टू और
सब्सक्राइब हाई कोर्ट ने एडवोकेट
प्रैक्टिस कर रख कर आप
सिटीजन इंडिया होने के साथ-साथ आप इन
दोनों में से कोई एक एडिशन फुल कर दो तो
आपको यहां पर सोचा जा सकता है आपके नाम को
हाई कोर्ट का जज नॉमिनेट करने के लिए कहा
कि आप यहां पर कोई नहीं होगा हाई कोर्ट का
जज नियुक्त
सब्सक्राइब
एंड
यहां पर सिस्टम रहता है तो वह भी हम यहां
पर देख सकते हैं
उनके लिए यहां पर हम सिस्टम दे उज्जवलता
मैं आपको बता दूं कि जो हाइकोर्ट और
सुप्रीम कोर्ट के जज होते हैं उनको तो
अपॉइंट किया जाता है प्रेसिडेंट के द्वारा
हाई कोर्ट एंड सुप्रीम कोर्ट ड्यू टो टॉप
200 उनको पॉइंट को ऑन कर रहा है
प्रेसिडेंट वारंट अंडर हिस हैंड एंड
सीनियर की प्रेसिडेंट खुद के हस्ताक्षर के
द्वारा हाई कोर्ट एंड सुप्रीम कोर्ट के जज
को पॉइंट करते हैं लेकिन जब हम बात करते
हैं जो सबोर्डिनेट जजेस की तब हमें कौन
यहां पर अपॉइंट करता हुआ दिखाई देता वह
यहां पर देख लेते हैं बड़े इंट्रेस्टिंग
है लेकिन पैसा बोर्ड एग्जाम्स में भी
मैंने क्या कहा सबोर्डिनेट जिसमें मैंने
कहा कि या तो आपको यहां पर डिस्ट्रिक्ट
एंड सेशंस जज दिखेंगे या फिर उसके नीचे
डीजे एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज या फिर रिलेशन
मैजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास देखने को मिलती
है हमने बातें कि अब के डिस्ट्रिक्ट एंड
सेशन जज या उनकी बात करते हैं सबसे पहले
कहते हैं कि जजेस आफ सबोर्डिनेट कोर्ट
अपॉइंटेड बाय जजेस व्हो सपोर्टेड को डर
अपॉइंटेड बाय थे गर्वनर इन कंसल्टेशन विद
चीफ जस्टिस आफ थे हाई कोर्ट आफ थिस
पार्टिकुलर स्टेट rights of मतलब जो
गवर्नर है वह पॉइंट करेंगे किसके कहने पर
चीफ जस्टिस पी अपने आपसे नहीं कहेंगे चीफ
जस्टिस की राय होती है सभी जजों के साथ
एंड जो डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज होते हैं
उनको इस तरह से पॉइंट किया जाता है अब
डिस्टिक एंड सेशन जज के बाद जो एडीजे आ
जाते हैं DJ आ जाते हैं एंड उसके बाद जो
है जूडिशल मैजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास आ
जाते हैं वह आज का हमारा मैटर आफ कंसर्न
है वह उनको कैसे पॉइंट किया जाता है सबसे
पहले वह देख लेते हैं सो लेट्स बैक
व्यक्ति हर की सबसे पहले हर बार की तरह
दोबारा चलते हैं
देखो हमने
नियुक्तियों में कोई दिखाई नहीं दिया तो
बताओ हो रहा है
इसमें एग्जाम हुआ नहीं हुआ अब यह जो
पॉइंट है
यह
है कि यह
जो एग्जाम होता है वह यहां पर या तो होगा
जिसको कहा जाता है
डिस्टिक लेवल का जहां पर बनता है लेकिन
assistant के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज यहां
पर जैसे कि हमने का यह अभी एडिट हायर
एजुकेशन सर्विसेज की यह जो एग्जाम होते
हैं और डिसाइड इसका जो होता है इसको बोला
जाता है हाइड्रेशन सर्विसिस के लिए
क्वालिफिकेशन क्या है भाई इसके लिए
क्वालिफिकेशन देख लेते हैं सबसे पहले तो
अगेन इसके लिए आपको सिटिजन आफ इंडिया होना
चाहिए साथ में क्या है मिनिमम से ज़ौक़
प्रैक्टिस मांगी जाती है यानि कि कम से कम
सात साल जो है आप एक वकील के तौर पर
एडवोकेट के तौर पर कहीं पर भी आपको जरूरी
नहीं है कि किसी पर्टिकुलर कोर्ट में
प्रैक्टिस सूख आप एक एडवोकेट को तौर पर
साल की प्रैक्टिस दे चुके हैं अमित सर्विस
दे चुके हैं तो आपको apk फाइल है दूसरी
बात एज लिमिट की बात करते हैं जनरली यह
12345 ईयर्स एज लिमिट रहती है जब यह तीनों
क्वालिफिकेशन पूरी हो रही हैं तो जाकर आप
जो है हायर ज्यूडिशल सर्विसेज एक्जाम देख
सकते हैं अब एक चीज को अभिदृष्टि
नोटिफिकेशन मैंने वीडियो की नोटिफिकेशन के
ऊपर कि दिल्ली में थे इस यानि कि हाइब्रिड
सिविल सर्विसेज एक्जाम की जो वीडियो जो है
तो अब वैकेंसी आ चुकी है वह पांच गैस के
एग्जाम्स यहां पर वैकेंसी आई है सुबह के
लिए दो लेवल है जहां पर एग्जाम होते हैं
कृषि में पर्चेस हो गया हायर ज्यूडिशल
सर्विसेज का एंड दूसरा होता है जी पीसीएस
जे अब यह जो जूडिशल मैजिस्ट्रेट फर्स्ट
क्लास होते हैं या जो मेट्रोपॉलिटन एरियाज
में मैम का एग्जाम होता है उसको बोलते हैं
पीसीएस जे पीसीएस जे यह देखिए जो लिबरेशन
के डुबो एग्जाम रहते हैं विश्व
मैजिस्ट्रेट इसकी जो ए क्वालीफिकेशन है
एडवाइस तो हमें देखने को मिलता है कि वही
तो f-35 एक जनरल क्वालिफिकेशन है अब कोई
सेट में वैरी कर जाती है अब जैसे और
दिल्ली की जो नोटिफिकेशन है जहां पर 123
123 की वैकेंसी आई उन्होंने एक जगह रख दी
उन्होंने रख दीजिए 32 मैक्सिमम यह जो नीचे
332 मैक्सिमम एक होनी चाहिए सुबह के लिए
जो है जनरली यह रहती है बट स्टेट टो स्टेट
वैरी कर जाती है फिर आती है जी बात आपकी
दूसरी क्वालिफिकेशन की व है Gmail बीडी
यहां पर मिनिमम मांगी जाती हैं कि l.l.b.
डिग्री आपके पास होनी चाहिए कई स्टेट में
हमें देखने को मिलता है कि l.l.b. डिग्री
वह कहते हैं कंप्लीट हो अंधेरी डिग्री
कंप्लीट होने के साथ-साथ आप एडवोकेट्स
एक्ट ऑफ इंडिया 1961 के अंदर आप एक
एडवोकेट भी रजिस्टर्ड होने चाहिए कई सारी
स्टेट में यह भी मानते हैं लेकिन कई स्टेट
में हमें देखने को मिलता है कि सिर्फ
एलएलबी की डिग्री कंप्लीट हो गई चलेगा कुछ
स्टेट में हमें यह भी देखने को मिलता कि
भी एलबम के थर्ड ईयर में आपको तो भी आप
यहां पर इसे एग्जाम के लिए क्वॉलिफाई कर
जाते हैं ना कि आप फॉर्म भर सकते हो एंड
एग्जाम दे सकते हो अब ऐसे में भी देखने को
मिलता है कि वैसे तो हर साल जो स्टेट से
अपनी-अपनी रिस्पेक्टिव स्टेट्स के लिए
यहां पर नोटिफिकेशन निकालती हैं एंड
नोटिफिकेशन निकालने के बाद वह हर साल यहां
पर यह सीट फील की जाती हैं लेकिन कई बार
हमें देखने को मिलता है कि दो-दो तीन-तीन
साल जो है स्टेट की तरफ से वैकेंसीस इसमें
नहीं देखने को मिलते हैं अब इसके एग्जाम
को कंडक्ट करता है थोड़ा सा वह देख लीजिए
तो इनका जो एग्जाम में कैन कंडक्ट करता है
देखो वह भी यहां पर मैंने आपके लिखा कि
एग्जाम जो है इनका एक धार्मिक हिंसा का यह
दौर आगे एग्जाम पॉइंट कलेक्ट कर रहा है
थोड़ा सा वह देख लेते हैं इनके एग्जाम
कंडक्ट करता है जिस स्टेट पब्लिक सर्विस
कमिशन स्टेट पब्लिक सर्विस कमिशन होता है
इन कॉम्पिटेटिव एक्जाम कंटेंट करता है
जिसमें तीन हम यहां पर देखने को मिलती है
कि तीन लेवल होते हैं पहला घ्र घ्र
होते हैं दोनों
सब्सक्राइब हो या फिर
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह बहुत ही
सिंपल है तो घृत सिंपल कहना तो थोड़ा सा
ठीक नहीं होगा अगेन
स्टूडेंट
हजारों-लाखों लोग कर चुके हैं वह एग्जाम
की तैयारी जरूर करते हैं
ऐसे में हमें देखने को मिलता है कई सारे
लोग थी इसलिए फर्स्ट टाइम में आ कि मेरे
भी कई सारे ऐसे फ्रेंड्स है जो बहुत ही
इजली फर्स्ट टाइम टमी सारे एग्जाम क्लियर
कर रहे हैं क्यों भाई ऐसा उन्हें अलग क्या
है एंड कुछ लोग हैं हमारे साथी जो देखने
को मिलते ही अटक गया अब ऐसे में डिफरेंस
कहां रहा है डिफरेंस आ रहा है भाई गाइडेंस
का डिफरेंस आ रहा है कि आपका फोकस क्या है
क्या आप सारा कुछ पढ़ने बैठ गए वह सारा
कुछ अगर पढ़ने बैठोगे तो एग्जाम क्लियर
होना कठिन है फंस कोलर बन जाओगे बहुत
बढ़िया मुश्किल हो सकता बन जाओगे लेकिन
एग्जाम क्लियर होना थोड़ा कठिन हो जाता है
तो क्या करना चाहिए हम स्मार्ट स्टडी करनी
चाहिए हमें जो ऑलरेडी हमारे दोस्त आलरेडी
हमारे सीनियर सर्विस में अचूक उनकी
गाइडेंस लोग हमारे जैसे जो लोग ऑलरेडी
सर्विस दे रहे हैं उनकी गाइडेंस लॉक या
फिर आप यहां पर एक सोर्स और तरीका है कोलर
भी है क्या कि भई आप कोई कोर्स ज्वाइन कर
सकते हो तो बेसिकली ए उस स्टडी आइक्यू
यहां पर कोर्स प्रोवाइड कर रहा है अगर आप
इंटरेस्ट लो तो उसमें स्टडी आइक्यू का को
विडियो कोर्स वह यहां पर जॉइंट कर सकते हो
एंड खास बात यह है कि अभी आज के लिए थोड़ी
सी एक बहुत ही अच्छा चल रहा है वह यह है
कि डबल वैलिडिटी मिल रही है यानि कि आज एक
साल का अगर आप स्पोर्ट्स परचेस कर रहे हो
तो 2 साल की वैलिडिटी आपको यहां पर मिल
जाएगी चाहे आप कोई भी सर्विस का एग्जाम का
कोई को स्पष्ट करना करो थोड़ा सा स्कूल है
चांद 33c चेंजेस चांद 3333 पर सेंड
माउंटेन डबल वैलिडिटी का फायदा आपको
मिलेगा अगली वीडियो में फिर एक बार
मिलेंगे टेंशन क्यों एंड हैव ए ग्रेट डे
अहेड
फिर मिलेगी थैंक यू टू